Thursday, 24 July 2014

shayri hindi

शायरी हिन्दी hindi shayri
क्यों डरे की कल ज़िंदगी में  क्या होगा ,
 हर वक़त क्यों सोचे की बुरा होगा ,
बढ़ते रहे मंज़िल की ओरे हम
कुछ न भी मिला तो क्या ,
तज़ुर्बा तो नया होगा।


मुश्किल इस दुनिआ में कुछ भी नहीं ,
फिर भी लोग अपने इरादे तोड़ देते हे ,
अगर सच्चे दिल से हो चाहत कुछ पाने की ,
तो सितारे भी अपनी जगह छोड़ देते हैं


पास आपके दुनिया का हर सितारा हो। ,
दूर आपसे गम का हर किनारा हो ,
जब भी आपकी पलकें खुले ,
सामने वही हो जो आपको दुनिआ में ,
सबसे प्यारा हो। ....


कमी थी जो वो
सारी दूर हो गई ,
               जिंदगी जैसे महकता
               हुआ फूल बन गई ,
दुआ मै मागा था
सच्चे और अच्छे दोस्त  को ,
                मिले आप तो लग़ा जैसे
                दुआ कबूल हो गई.…।


ये इश्क़ बातों कि किस्मत बुरी होती है ,
                  हर मुलाकात जुदाई से जुडी होती है ,
कहि भी देख लेना आजमाकर ,
                 सच्चे प्यार को जुदाई ही नसीब होती है ,
            

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